बात बात पर ये कहना सोच लो फिर मैं बात नहीं करूंगी.
मै तुम्हे चाँद कहूँ ये मुमकिन तो है मगर,लोग तुम्हे रात भर देखें ये मुझे गवारा नहीं.
पास आओ एक इल्तेजा सुन लो,प्यार है तुमसे बेपनाह सुन लो.
from : Pyar Bhari Shayari