एक प्यार का नगमा है, मौजो की रवानी है
जिन्दगी और कुछ भी नहीं, तेरी मेरी कहानी है
कुछ पाकर खोना है, कुछ खोकर पाना है
जीवन का मतलब तो, आना और जाना है
दो पल के जीवन से एक उम्र चुरानी है
तू धार है नदिया की, मैं तेरा किनारा हूँ
तू मेरा सहारा है, मैं तेरा सहारा हूँ
आँखों में समंदर है, आशाओं का पानी है
तूफ़ान तो आना है, आ कर चले जाना है
बादल है ये कुछ पल का, छा कर ढल जाना है
परछईयाँ रह जाती, रह जाती निशानी है
गीतकार : संतोष आनंद
गायक : लता - मुकेश
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, चित्रपट : शोर (१९७२)