बस कोई ऐसा हो, जो मेरी "खामोशियो" को समझ सके"
बहुत थक गया हूँ लाइफ में परवाह करते करते
जब से लापरवाह हुआ हूँ आराम से हूँ
सिंगल लोगो के पास कुछ हो ना हो,
सुकून भरी नीद जरुर होती है ।।
मुझे लोगो को पढ़ना नहीं आता,
मगर उनपे ऐतेबार करके
सबक ज़रूर मिल जाता है.