समंदर बड़ा होकर भी अपनी हदों में रहता है
इन्सान छोटा होकर भी औकात भूल जाता है
wo jo kehta tha taare tod kar launga
yakeen mano usne mujhe par aasman gira diya
वो जो कहता था तारे तोड़ कर लाऊंगा
यकीन मानो उसने मुझे पर आसमान गिरा दिया
isse kehna mujhe is ke bina nahi rehna
bohut dil main aata hai magar kuch nahi kehta
इससे कहना मुझे इस के बिना नहीं रहना
बहुत दिल में आता है मगर कुछ नहीं कहता
from : Life Shayari