मोहब्बत हाथ में पहनी गयी चूड़ी की तरह होती हैखनकती है, संवरती है और आखिर टूट जाती है
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग, पर किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे,
from : Adhuri Mohabbat Shayari